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ब्रुनेई के सुल्तान विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
हसनल बोल्कियाह (पूरा नाम:हाजी हसनल बोल्कियाह मुइज़्ज़दिन वाद्दौल्लाह; जन्म:१५ जुलाई १९४६) ब्रुनेई के २९वें तथा वर्तमान सुल्तान तथा यांग-दी पेरतुआन हैं। वह ब्रुनेई के प्रथम तथा पदस्थ प्रधानमंत्री भी हैं। उमर अली सैफ़ुद्दीन तृतीय तथा राजा इस्तेरी (रानी) पेंगिरन अनक दमित के सबसे बड़े पुत्र होने के नाते अपने पिता के सिंघासन त्याग करने के बाद उन्होंने ५ अक्टूबर १९६७ को ब्रुनेई के सुल्तान का सिंघासन संभाला। वे २००१ व २०१३ में दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (आसियान) के सम्मेलन के मेजबान होने के नाते इसके अध्यक्ष भी रहे।
हिज़ मेजेस्टी सुल्तान हाजी हसनल बोल्कियाह मुइज़्ज़दिन वाद्दौल्लाह حج حسن البلقیة معز الدین والدولة (जावी) सुल्तान तथा यांग-दी पेरतुआन | |
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ब्रुनेई दारुस्सलाम के उन्तीसवें सुल्तान तथा यांग-दी पेरतुआन | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 5 अक्टूबर 1967 | |
सहायक | अल-मुह्तादी बिल्लाह |
पूर्वा धिकारी | उमर अली सैफ़ुद्दीन तृतीय |
ब्रुनेई दारुस्सलाम के प्रधानमंत्री | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 1 जनवरी 1984 | |
राजा | स्वयं |
सहायक | अल-मुह्तादी बिल्लाह |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय स्थापित, पूर्व नाम मुख्यमंत्री |
ब्रुनेई के रक्षा मंत्री तथा शाही ब्रुनेई सेना के कमांडर इन चीफ़ | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 7 सितम्बर 1986 | |
राजा | स्वयं |
पूर्वा धिकारी | उमर अली सैफ़ुद्दीन तृतीय |
वित्त मंत्रालय | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 1 जनवरी 1984 | |
राजा | स्वयं |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय स्थापित |
विदेश तथा वाणिज्य मंत्रालय | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 22 अक्टूबर 2015 | |
राजा | स्वयं |
पूर्वा धिकारी | मोहम्मद बोल्कियाह |
ब्रुनेई दारुस्सलाम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 1984 | |
राजा | स्वयं |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय स्थापित |
सुल्तान शरीफ़ अली इस्लामिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 2007 | |
राजा | स्वयं |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय स्थापित |
तकनीकी विश्वविद्यालय ब्रुनेई के कुलाधिपति | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 2008 | |
राजा | स्वयं |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय स्थापित |
जन्म | 15 जुलाई 1946 इस्ताना दारुस्सलाम, बंदर सेरी बेगवान, ब्रुनेईਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
जन्म का नाम | हसनल बोल्कियाह मुइज़्ज़दिन वाद्दौल्लाह |
जीवन संगी | राजा इस्तेरी पेंगिरान अनक हजाह सालेहा (वि॰ 1965–वर्तमान) हजाह मरियम (वि॰ 1982–2003) अज्रिनाज़ मज़हर (वि॰ 2005–2010) |
बच्चे | राजकुमारी राशिदा बोल्कियाह राजकुमारी मुता-वकिल्लाह बोल्कियाह राजकुमार अल-मुह्तादी बिल्लाह राजकुमारी मजीदा बोल्कियाह राजकुमारी हाफीज़ा बोल्कियाह राजकुमार अब्दुल मलिक राजकुमार अब्दुल अज़ीम राजकुमारी आज़मा नि'मातुल बोल्कियाह राजकुमारी फद्ज़िला लुबाबुल बोल्कियाह राजकुमार अब्दुल मतीन राजकुमार अब्दुल वकील राजकुमारी अमीरा वार्दातुल बोल्कियाह |
शैक्षिक सम्बद्धता | रॉयल मिलिट्री एकेडमी सैंडहर्स्ट, यूनाइटेड किंगडम |
धर्म | सुन्नी इस्लाम |
हस्ताक्षर | |
फोर्ब्स पत्रिका ने US$20 बिलियन की सम्पत्ति के अनुमान के साथ सुल्तान को विश्व के सबसे अधिक दौलतमंद लोगों की सूची में भी जगह दी है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद सुल्तान हसनल बोल्कियाह का सबसे लम्बा राजवंशीय शासनकाल है।[1] ५ अक्टूबर २०१७ को सुल्तान ने अपने शासनकाल के ५० वर्ष पूरा होने पर स्वर्ण जयंती मनायी थी।[2]
सुल्तान का जन्म १५ जुलाई १९५६ को ब्रुनेई कस्बे (अब बंदर सेरी बेगवान) के इस्ताना दारुस्सलाम में हुआ था। जन्म के समय उनका नाम पेंगिरान मुदा (राजकुमार) हसनल बोल्कियाह था। उन्होंने हाई स्कूल की शिक्षा विक्टोरिया इंस्टिट्यूट, कुआलालम्पुर से पूर्ण की। इसके बाद उन्होंने स्नातक की डिग्री यूनाइटेड किंगडम के रॉयल मिलिट्री एकेडमी सैंडहर्स्ट से प्राप्त की।[3]
अपने पिता के सुल्तान के पद त्यागने के बाद उन्होंने ५ अक्टूबर १९६७ को ब्रुनेई का सिंघासन संभाला। उनका राज्याभिषेक १ अगस्त १९६८ को हुआ तथा उन्हें ब्रुनेई का यांग-दी पेरतुआन (राष्ट्रप्रमुख) बना दिया गया। अपने पिता के समान उन्हें भी यूनाइटेड किंगडम की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने नाइट की उपाधि प्रदान की, जिनके अधीन ब्रुनेई १९८४ तक रहा।
ब्रुनेई के १९५९ के संविधान के अनुसार सुल्तान राष्ट्रप्रमुख होता है, जिसके पास आपातकालीन शक्तियों सहित सभी कार्यकारी शक्तियाँ होती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार सुल्तान ने ९ मार्च २००६ को ब्रुनेई के संविधान में संशोधन करके अपने आप को कभी न हटाये जाने का प्रावधान जोड़ दिया।[4] प्रधानमंत्री होने के नाते बोल्कियाह सरकार के भी प्रमुख हैं। इसके अतरिक्त वर्तमान में वे रक्षा तथा वित्त दोनों ही मंत्रालय संभाल रहे हैं। रक्षा मंत्री होने के नाते वे शाही ब्रुनेई सशस्त्र सेना के सर्वोच्च कमांडर होने के साथ साथ उन्हें ब्रिटिश व इण्डोनेशियाई सेना में जनरल की तथा रॉयल नेवी में एडमिरल ऑफ़ द फ्लीट की मानद उपाधि भी मिली है। उन्होंने स्वयं को शाही ब्रुनेई पुलिस बल का महानिदेशक भी नियुक्त किया है।
बोल्कियाह ने १९८४ में ब्रुनेई दारुस्सलाम के संयुक्त राष्ट्र में शामिल होने के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा को सम्बोधित किया था। सन १९९१ में उन्होंने मेलयु इस्लाम बेराजा (मलय इस्लामी राजवंश) जैसी रुढ़िवादी विचारधारा को प्रस्तुत किया जिसमे राजवंश को भाग्यविधाता घोषित कर दिया गया।[5] उन्होंने हाल ही में ब्रुनेई के जनतंत्रिकरण का समर्थन किया स्वयं को देश का प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति घोषित कर दिया। २००४ में १९६२ से भंग विधानसभा को पुनर्गठित किया गया।[6]
उन्होंने अपने सबसे बड़े पुत्र राजकुमार अल-मुह्तादी बिल्लाह को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।
सुल्तान वर्तमान में प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री, इस्लाम प्रमुख (खलिफा), विदेश तथा वाणिज्य मंत्री, प्रथा प्रमुख, शाही ब्रुनेई सशस्त्र सेना के सर्वोच्च कमांडर तथा शाही ब्रुनेई पुलिस बल के महानिदेशक हैं।
मलय में सुल्तान का पूरा नाम केबावाह दुली यांग महा मुलिया पादुका सेरी बागिन्दा सुल्तान हाजी हसनल बोल्कियाह मुइज़्ज़दिन वाद्दौल्लाह इब्नी अल-मरहूम सुल्तान हाजी उमर अली सैफ़ुद्दीन सादुल खैरी वाद्दियेन, सुल्तान दन यांग-दी पेरतुआन नेगारा ब्रुनेई दारुस्सलाम है।[7]
इसका हिन्दी अनुवाद हिज़ मेजेस्टी सुल्तान हाजी हसनल बोल्कियाह मुइज़्ज़दिन वाद्दौल्लाह स्वर्गीय सुल्तान हाजी उमर अली सैफ़ुद्दीन सादुल खैरी वाद्दियेन के पुत्र, संप्रभु राष्ट्र ब्रुनेई दारुस्सलाम, शांतिपूर्ण वास के सुल्तान है।