सार्स कोरोनावाइरस
एक विषाणु जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। / From Wikipedia, the free encyclopedia
सार्स कोरोनावाइरस एक विषाणु है। यह श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। सार्स कोरोनावाइरस द्वारा जनित श्वसन से संबंधित रोग है। नवम्बर २००२ और जुलाई २००३ के बीच9, दक्षिणी चीन में सार्स रोग प्रकोप आरम्भ हुआ जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न देशों में ८२७३ लोग संक्रमित हुए एवं ७७५ लोगों की मृत्यु हो गयी थी, इसमें सबसे अधिक संख्या हाँगकांग की रही। २०२० में कोरोनावायरस बहुत ही खतरनाक साबित हुआ और इसकी शुरुआत २०२० में वहां शहर चाइना से हुई थी और सबसे ज्यादा संक्रमित लोग अमेरिका में हुए और सबसे ज्यादा मृत्यु इटली में हुई।
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कोरोना वायरस के लक्षण निमोनिया खांसी जुकाम इत्यादि दिखाई देते हैं मुझे एक वायरस जनित है इसकी खोज जनवरी २०२० में चीन के द्वारा वह शहर में हुई इसका पहला मामला जनवरी २०२० में सामने आया तथा भारत में सबसे पहले केरल में मामला सामने आया इस रोग से सबसे ज्यादा मृत्यु तक अमेरिका में हुई है जोकि लगभग ५०,००० से ऊपर तक पहुंच गई है तथा विश्व में लगभग दो लाख मनुष्य की मृत्यु हो चुकी है तथा रोगी लगभग ९,००,००० हो चुके हैं हाली अभी तक इस रोग की वैक्सीन तैयार नहीं हुई है अभी तक इस रोग के उपचार के लिए मलेरिया की दवाई कहां मिली रही है हाइड्रोक्सी क्लोरो क्वीन यह भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है