वेब २.०
From Wikipedia, the free encyclopedia
"Web 2.0" शब्द सामान्यतः ऐसे वेब प्रोग्रामों/एप्लीकेशन्स के लिए प्रयुक्त होता है जो पारस्पारिक क्रियात्मक जानकारी बांटने, सूचनाओं के आदान प्रदान करने, उपयोगकर्ता को ध्यान में रख कर डिज़ाइन बनाने[1] और वर्ल्ड वाइड वेब से जोड़ने की सुविधा प्रदान करते हैं। Web 2.0 के उदाहरणों में वेब आधारित कम्यूनिटी/समुदाय, होस्ट सर्विस, वेब प्रोग्राम, सोशल नेटवर्किंग साइट, वीडियो शेयरिंग साइट, wiki, ब्लॉग, तथा मैशप (दो या अधिक स्त्रोतों से जानकारी एकत्रित करके बनाया गया वेब पेज) व फोक्सोनोमी (टैगिंग) शामिल हैं। एक Web 2.0 साइट अपने उपयोगकर्ताओं को अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ वेबसाइट की सामग्री देखने या बदलने की अनुमति देती है जबकि नॉन-इंटरएक्टिव वेब साइटों के द्वारा उपयोगकर्ता किसी जानकारी को केवल उतना ही देख सकते हैं जितनी जानकारी उन्हें देखने के लिए उपलब्ध कराई जाती है। Bilişim Hukuku Nedir?
2004 में ओ रेली मीडिया Web 2.0 सम्मेलन होने के कारण यह शब्द टिम ओ रेली से जुड़ा हुआ है।[2][3] हालांकि शब्द से वर्ल्ड वाइड वेब के एक नए संस्करण का पता चलता है, यह किसी तकनीकी विशेषताओं को अपडेट करने का उल्लेख नहीं करता, अपितु एक एंड यूज़र/उपयोगकर्ता और सॉफ्टवेयर डेवलपर द्वारा वेब को प्रयोग करने के तरीकों में आये बदलावों को परिलक्षित करता है। क्या Web 2.0 पहली वेब प्रौद्योगिकियों से गुणात्मक रूप से अलग है - यह चुनौती वर्ल्ड वाइड वेब के आविष्कारक टिम बर्नर्स ली द्वारा दी गयी है जो कि इस शब्द को[4]"शब्दजाल का एक हिस्सा" मानते हैं - क्योंकि उनके अनुसार वेब पहले से ही इन सब विशेषताओं को प्रदर्शित करता है।
हाल ही के कुछ वर्षों में Web 3.0[5] की अवधारणा भी सामने आ रही है, जो एक प्रकार का विकेंद्रीकृत इंटरनेट है, ये वेब 2.0 का अपडेटेड संस्करण बताया जा रहा है। वेब 3.0 में उपभोक्ता अपने डेटा का मालिक खुद होगा, कोई भी कंपनी या सरकार उपभोक्ता के डेटा के साथ छेड़छाड़ नहीं कर पाएगी।