विश्व हिन्दी सम्मेलन
हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन / From Wikipedia, the free encyclopedia
विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी जुटते हैं। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी के प्रति जागरुकता पैदा करने, समय-समय पर हिन्दी की विकास यात्रा का आकलन करने, लेखक व पाठक दोनों के स्तर पर हिन्दी साहित्य के प्रति सरोकारों को और दृढ़ करने, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दी के प्रयोग को प्रोत्साहन देने तथा हिन्दी के प्रति प्रवासी भारतीयों के भावुकतापूर्ण व महत्त्वपूर्ण रिश्तों को और अधिक गहराई व मान्यता प्रदान करने के उद्देश्य से 10 जनवरी 1975 में विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शृंखला आरम्भ की गयी। इस बारे में तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्रीमती इन्दिरा गान्धी ने पहल की थी। पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के सहयोग से नागपुर, महाराष्ट्र में सम्पन्न हुआ जिसमें प्रसिद्ध समाजसेवी एवं स्वतन्त्रता सेनानी विनोबा भावे ने अपना विशेष सन्देश भेजा।
विश्व हिन्दी सम्मेलनਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ | |
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भोपाल में आयोजित दसवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन | |
अवस्था | क्रियाशील |
शैली | अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन |
आवृत्ति | ३ वर्ष में एक बार |
सक्रीय वर्ष | 49 |
उद्घाटन | जनवरी 10, 1975 (1975-01-10) |
पिछला | 2023 |
अगला | 2026 |
संरक्षक | भारत सरकार |
जालस्थल |
vishwahindisammelan |
प्रारम्भ में इसका आयोजन हर चौथे वर्ष में किया जाता था लेकिन अब यह अन्तराल घटाकर तीन वर्ष कर दिया गया है। अब तक 12 विश्व हिन्दी सम्मेलन हो चुके हैं। मुख्यतः मारीशस, नई दिल्ली, त्रिनिडाड व टोबेगो, लन्दन, सूरीनाम न्यूयार्क और जोहांसबर्ग में। दसवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन २०१५ में भोपाल में आयोजित हुआ। २०१८ में इसका आयोजन मॉरीशस में हुआ है। 12वां विश्व हिंदी सम्मेलन 15-17 फरवरी 2023 में फिजी में हुआ।