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भरतपुर नरेश विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
भरतपुर राज्य के राजा। {{Infobox monarch | name = राजा चूड़ामन | title = भरतपुर के शासक | image= | caption = | reign =1695 - 1721 AD | coronation = | predecessor =[[राजाराम (भरतपुर) | successor =बदन सिंह | spouse = | issue = | dynasty = सिनसिनवार गोत्र | father = भज्जा सिंह(भगवंत सिंह) | mother = अमृत कौर | birth_date = | birth_place = सिनसिनी | death_date =20 सितंबर 1721 | death place = | place of burial= जाटोली थून }}
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भरतपुर के जाट राजवंश से ताल्लुक रखने वाले राजा चूड़ामन सिंह (1695 - 20 सितंबर 1721) सिनसिनी के राजा थे और राजस्थान, भारत में भरतपुर राज्य के प्रमुख थे। ठाकुर चूडामन सिंह भरतपुर जाट साम्राज्य के वास्तविक संस्थापक थे। वह भज्जा सिंह के पुत्र और राजा राम के छोटे भाई थे। और वह ब्रज नरेश महाराजा सूरजमल के पूर्वज थे। [1] इनका जन्म सिनसिनी में हुआ था। बाद में इन्होंने एक मजबूत किले का निर्माण करवाया जो आज भी जाटोली थून गांव (जिला डीग) में स्थित है। वहीं परकोटे के अंदर ठाकुर चुरामन सिंह की समाधि भी है।
भरतपुर शासकों के शासकों में से एक।
सिनसिनवार नायक चूड़ामन सिंह चूड़ामन के पिता ब्रजराज की दो पत्नियाँ थीं– इन्द्राकौर तथा अमृतकौर। दोनों ही ज़मींदार परिवार से थीं। चूड़ामन की माँ, अमृतकौर चिकसाना के चन्द्रसिंह की पुत्री थी। उसके दो पुत्र और थे– अतिराम और भावसिंह। वे दोनों भी ज़मींदार थे।
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