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माजिद नवाज़
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माजिद नवाज़ एक पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश लेखक और कार्यकर्ता हैं जिन्होंने जिहादी पृष्ठभूमि छोड़कर धर्मनिरपेक्ष इस्लाम और लोकतंत्र के लिए प्रयास किया है। सन् २००१-२००७ तक वो हिज़्ब उत तहरीर से जुड़ा थे, वे मिस्र में क़ैद में भी रहेे जिसके बाद उन्होंने अतिवादियों का साथ छोड़ दिया। हिज़्ब उत तहरीर छोड़ने के बाद उनकी पहली शादी टूट गई थी। लेकिन इस्लमी चरमपंथ के खिलाफ़ आंदोलन करने के कारण इसको पश्चिमी मीडिया में अच्छी जगह भी मिली है। इस्लामी जगत में उनकी प्रशंसा और आलोचना दोनो हुई है। माजिद ने इस्लामवादी और परंपरावादी इस्लाम में एक अन्तर को स्पष्ट किया है कि - इस्लमवादियों का राजनैतिक और विस्तारवादी एजेंडा होता है, लेकिन परंपरावादियों का नहीं।
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उन्होंने अमेरिकी लेखक सैम हैरिस के साथ मिलकर एक किताब भी लिखी है - रैडिकल Radical। उसकी प्रसिद्धि का एक कारण पारंपरिक इस्लमी मूल्यों को उतना महत्वपूर्ण नहीं बताना भी है। इसके अलावे इस्लामीकरण को साम्यवादी विचार धारा के कट्टरपंथ (जैसा कहा जाय वैसा करो) से तुलना करने कारण भी पश्चिम में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। पश्चिमी यूरोप और अमेरिका में साम्यवादी और नाज़ी विचारधारा से इस्लामी चरमपंथ की तुलना करने वालों में वो प्रमुख हैं।
उन्होंने क़्विलियम फॉउंडेशन की स्थापना भी की जो चरमपंथ के खिलाफ़ और लोकतंत्र के लिए काम करता है।