भारत में सामूहिक विनाश के हथियार
भारत और उसकी परमाणु शक्ति / From Wikipedia, the free encyclopedia
भारत के पास परमाणु हथियार के रूप में सामूहिक विनाश के हथियार हैं और अतीत में, रासायनिक हथियार भी थे। हालांकि भारत ने अपने परमाणु शस्त्रागार के आकार के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है पर हाल के अनुमान के मुताबिक भारत के पास लगभग १७२ परमाणु हथियार हैं।[1][2] १९९९ में भारत के पास ८०० किलो रिएक्टर ग्रेड और कुल ८३०० किलो असैनिक प्लूटोनियम था जो लगभग १,००० परमाणु हथियारों के लिए पर्याप्त है।[3][4] भारत ने १९६८ की परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं, भारत का तर्क है कि यह संधि केवल कुछ देशों तक ही परमाणु तकनीक को सीमित करती है और सामान्य परमाणु निरशास्त्रिकारण भी को रोकती है।[5]
भारत | |
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परमाणु कार्यक्रम प्रारंभ दिनांक | १९६७ |
प्रथम परमाणु हथियार परीक्षण | १८ मई १९७४ |
प्रथम फ्यूज़न हथियार परीक्षण | ११ मई १९९८ |
सबसे हाल का परीक्षण | १३ मई १९९८ |
सबसे बड़ा उपज परीक्षण | ४५ किलोटन; २०० किलोटन परीक्षित आकार |
परीक्षणों की संख्या अब तक | ६ |
सर्वाधिक भंडार | १८० - २०० |
वर्तमान भंडार | १७२ |
अधिकतम मिसाइल सीमा | ५,५८० - ८,००० किलोमीटर (अग्नि-५) |
एनपीटी पार्टी | नहीं |
भारत ने जैविक हथियारों सम्मेलन और रासायनिक हथियार कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किये हैं व पुष्टि भी की है। भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (MTCR) का एक सदस्य है और द हेग आचार संहिता (The Hague Code of Conduct) की सदस्यता लेने वाला देश है।