बो शिलाई
चीन के पूर्व राजनीतिज्ञ / From Wikipedia, the free encyclopedia
बो शिलाई (薄熙来) चीन के भूतपूर्व राजनीतिज्ञ हैं। उनका जन्म ३ जुलाई १९४९ को हुआ। उन्हें डेलियन के मेयर और उसके बाद लियाओनिंग के गवर्नर के पद पर रहते हुए किये गये कार्य से उन्हें प्रसिद्धि मिली। सन् २००४ से नवम्बर २००७ उन्हें चीन गणराज्य के वाणिज्य मन्त्री बनाया गया। सन् २००७ और २०१२ के मध्य उन्हें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य एवं चोंगचिंग शाखा का सचिव बनाया गया।
बो शिलाई 薄熙来 | |
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चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के चोंग्किंग समिति के सचिव | |
पद बहाल नवम्बर 2007 – मार्च 2012 | |
उप (मेयर) | वांग होंग्जू (2007–2009) हुआंग किफान (2009–) |
पूर्वा धिकारी | वांग यंग |
उत्तरा धिकारी | झांग देजियांग |
17वीं चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य | |
पद बहाल 22 अक्टूबर 2007 – 10 अप्रैल 2012 | |
जनरल सचिव | हु जिन्ताओ |
चीन गणराज्य के वाणिज्य मन्त्री | |
पद बहाल फरवरी 2004 – दिसम्बर 2007 | |
प्रधानमंत्री/प्रिमीयर | वेन जियाबाओ |
पूर्वा धिकारी | लु फुयान् |
उत्तरा धिकारी | चेन डेमिंग |
लियाओनिंग के गवर्नर | |
पद बहाल जनवरी 2001 – फरवरी 2004 | |
सचिव | वें सुईयुए |
पूर्वा धिकारी | झांग गुओगुअंग |
उत्तरा धिकारी | झांग वेन्युए |
डेलियन के मेयर | |
पद बहाल फरवरी 1993 – अगस्त 2000 | |
सचिव | को बोचुं यु क्सुक्सिंग |
पूर्वा धिकारी | वेई फुही |
उत्तरा धिकारी | ली योंग्जिन |
जन्म | 3 जुलाई 1949 (1949-07-03) (आयु 74) बिजिंग, चीन गणराज्यਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
राजनीतिक दल | कम्युनिस्ट पार्टी (निष्कासित) |
जीवन संगी | ली डेन्यू (सितम्बर 1976-1984) गू काईलाई (1986) |
संबंध | बो यिबो (पिता) हु मिंग (माँ) |
बच्चे | ली वान्ग्ज्ही बो ग्वाग्वा |
निवास | किन्चेंग प्रिजन |
शैक्षिक सम्बद्धता | बीजिंग न.४ हाई स्कूल पेकिंग यूनिवर्सिटी चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी |
पेशा | विश्व इतिहास और अंतरराष्ट्रीय समाचार |
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के आठ दिग्गजों में से एक, बो यिबो के पुत्र, बो शिलाई को चीनी राजनीति के एक राजकुमार की तरह देखा जाता है। उनकी मिडिया में नैमित्तिक और करिश्माई छवि विकसित की जो आम तौर पर स्थिर चीनी राजनीति में विचलन चिह्नित किया।
लियाओनिंग में कार्य करने के दौरान, बो ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के पुनरोद्धार से सम्बंधित योजना में एक महत्वपूर्ण कार्य हाथ में लिया,[1] लेकिन भ्रष्टाचार में साफ-साफ शामील होने के आरोप लगे एवं "फालुन गोंग" (बौद्ध धर्म का धर्मचक्र सम्बंधी नियम जिसकी शुरुवात चीन में हुई) के विरुद्ध मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया गया था।[2]
चोंगचिंग में, बो निरंकुश लोकलुभावनवाद के रूप में जाने गये। उन्होंने संगठित अपराध, लोक कल्याण कार्यक्रमों के बढ़ते खर्च, प्रतिशत जीडीपी विकास दर के लगातार दो अंकों में बने रहने के खिलाफ और सांस्कृतिक क्रांति के दौर में "लाल संस्कृति" को पुनर्जीवित करने के लिए अभियान शुरू किया। बो के समतावादी मूल्यों और उसकी "चोंगचिंग मॉडल" की उपलब्धियों ने देश की बाजार आधारित आर्थिक सुधारों और बढ़ती आर्थिक असमानता के साथ माओवादी और सामाजिक डेमोक्रेट के निरासा से निर्मित चीनी नव वाम का चैंपियन बना दिया।'[3] तथापि, बो के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के कथित अराजकता और अपने अतिकाय व्यक्तित्व के बारे में प्रसंग के साथ उनकी छवि को विवादास्पद बना गई।