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बीज-लेखन
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बीज-लेखन या कूट-लेखन (क्रिप्टोग्राफ़ी या क्रिप्टोलोजी) यह किसी छुपी हुई सूचना (information) का अध्ययन करने की प्रक्रिया है। आधुनिक समय में, बीज-लेखन को गणित और कम्प्यूटर विज्ञान दोनों की एक शाखा माना जाता है। यह सूचना सिद्धांत, कंप्यूटर सुरक्षा और इंजीनियरिंग से बहुत निकट सम्बन्ध रखता है। तकनीकी रूप से उन्नत समाज में कूटलेखन के अनुप्रयोग कई रूपों में मौजूद हैं। उदाहरण के लिये - एटीएम कार्ड, कंप्यूटर पासवर्ड और इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य- ये सभी कूटलेखन पर निर्भर करते हैं।
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क्रिप्टोलोजी को मुख्यता दो भागो मैं बाटा गया है। क्रिप्टोग्राफी एवं क्रिप्टोएनालिसिस। इन प्रक्रियाओ के माध्यम से हम संदेशो एवं सूचनाओ को सुरक्षित तरीके से भेज एवं प्राप्त कर सकते हैं। अतः भेजने वाले के संदेशो को कूटित (एन्क्रिप्टेड) करना क्रिप्टोग्राफी कहलाता है। इस तकनीक का उपयोग करके हम सन्देश को इतना सुरक्षित करने का प्रयास करते हैं कि कोई बिचौलिया इस सन्देश को पढ़ न सके। संचार संदेशो की कमजोरी का विश्लेषण करना 'क्रिप्टोएनालिसिस' कहलाता है।
द्वितीय विश्व युद्ध में सेना के उच्च स्तरीय जनरल स्टाफ के संदेशों को कूटबद्ध करने के लिए या उन्हें गुप्त भाषा में लिखने के लिए उच्चस्तरीय बीजलेखन का प्रयोग किया गया।