बिरसा मुंडा
भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, जनजातियों का नायक / From Wikipedia, the free encyclopedia
बिरसा मुंडा (15 नवम्बर 1875 - 9 जून 1900) एक भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक थे। उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान 19वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी (अब झारखंड) में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया, जिससे वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए। भारत के आदिवासी उन्हें भगवान मानते हैं और 'धरतीबा' के नाम से भी जाना जाता है।[1]
सामान्य तथ्य बिरसा मुंडा Birsa Munda, उपनाम : ...
बिरसा मुंडा Birsa Munda | |
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15 नवंबर 1875 से 9 जून 1900 | |
उपनाम : | धरती आबा |
जन्मस्थल : | उलिहातु, राँची जिला, बंगाल प्रेसिडेंसी (अब खूँटी जिला, झारखंड) |
मृत्युस्थल: | राँची, बंगाल प्रेसीडेंसी (अब झारखंड) |
माता-पिता: | सुगना मुंडा (पिता) करमी मुंडा (माता) |
आन्दोलन: | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (मुंडा विद्रोह) |
राष्ट्रीयता: | भारतीय |
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