सत्ता परिवर्तन के बाद १५ अगस्त १९४७ को जवाहरलाल नेहरू ने भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला और प्रथम नेहरू मंत्रिमंडल बनाने के लिए पंद्रह मंत्रियों को चुना।
सामान्य तथ्य प्रथम नेहरू मंत्रिमंडल, गठन की तिथि ...
प्रथम नेहरू मंत्रिमंडल |
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भारतीय अधिराज्य और बाद में भारत गणराज्य का पहला मंत्रालय |
३१ जनवरी १९५० में भारत का कैबिनेट, जिसमें नवीन नियुक्त राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद भी शामिल हैं। (बाएँ से दाएँ बैठे हुए) भीमराव अंबेडकर, रफी अहमद किदवई, सरदार बलदेव सिंह, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, वल्लभभाई पटेल, जॉन मथाई, जगजीवन राम, राजकुमारी अमृत कौर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी। (बाएँ से दाएँ खड़े हुए) खुर्शेद लाल, रंगनाथ रामचंद्र दिवाकर, मोहनलाल सक्सेना, नरसिंह गोपालस्वामी अयंगर, नरहर विष्णु गाडगील, क्षितिश चंद्र नियोगी
, जयरामदास दौलतराम, कस्तूरीरंग संतानम, सत्य नारायण सिन्हा और बालकृष्ण विश्वनाथ केसकर। |
गठन की तिथि |
१५ अगस्त १९४७ |
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विघटित की तिथि |
१५ अप्रैल १९५२ |
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लोग एवं संगठन |
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राष्ट्रपति |
राजेंद्र प्रसाद |
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महाराज्यपाल |
लुईस माउंटबेटन (१९४७-१९४८) चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (१९४८-१९५०) |
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प्रधानमंत्री |
जवाहरलाल नेहरू |
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उपप्रधानमंत्री |
सरदार वल्लभभाई पटेल (१५ दिसंबर १९५० तक) |
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पार्टी के सदस्य |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
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विधायिका में स्थिति |
बहुमत २०९/२९९ |
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विपक्षी पार्टी |
कोई नहीं |
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विपक्षी नेता |
कोई नहीं |
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इतिहास |
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निवर्तमान चुनाव |
भारतीय आम चुनाव, १९५१-१९५२ |
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विधानमंडल का कार्यकाल |
४ वर्ष, ८ माह |
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पूर्वाधिकारी |
अन्तरिम |
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उत्तराधिकारी |
द्वितीय नेहरू मंत्रालय |
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