निकोलास मादुरो
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निकोलास मादुरो मोरोस (स्पेनी-Nicolás Maduro Moros ; 23 नवंबर 1962 को जन्मे) वेनेजुएला के एक राजनेता हैं जो 2013 से वेनेजुएला के राष्ट्रपति हैं। उनकी अध्यक्षता में जनवरी 2019 से हुआन हुआइदो साथ विवाद हो रहा है ।
निकोलास मादुरो | |
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2016 में मादुरो | |
46th वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति | |
उप राष्ट्रपति |
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पूर्वा धिकारी | ह्यूगो शावेज़ |
गुट निरपेक्ष आंदोलन के महासचिव | |
पूर्वा धिकारी | हसन रुहानी |
President pro tempore of the Union of South American Nations | |
पूर्वा धिकारी | Tabaré Vázquez |
उत्तरा धिकारी | माउरिसियो माकरी |
वेनेज़ुएला के उप-राष्ट्रपति | |
राष्ट्रपति | ह्यूगो शावेज़ |
पूर्वा धिकारी | Elías Jaua |
उत्तरा धिकारी | Jorge Arreaza |
Minister of Foreign Affairs | |
राष्ट्रपति | ह्यूगो शावेज़ |
पूर्वा धिकारी | Alí Rodríguez Araque |
उत्तरा धिकारी | Elías Jaua |
President of the National Assembly of Venezuela | |
पूर्वा धिकारी | Francisco Ameliach |
उत्तरा धिकारी | Cilia Flores |
जन्म | 23 नवम्बर 1962 (1962-11-23) (आयु 61) काराकास, वेनेज़ुएला |
जन्म का नाम | निकोलास मादुरो मोरोस
Nicolás Maduro Moros |
राजनीतिक दल | United Socialist Party of Venezuela (from 2007) Fifth Republic Movement (before 2007) |
जीवन संगी | Adriana Guerra Angulo (div.) Cilia Flores (वि॰ 2013) |
बच्चे | Nicolás Maduro Guerra |
निवास | Miraflores Palace |
हस्ताक्षर | |
जालस्थल | Official website |
ऑर्गनायज़ेशन अव अमेरिकन स्टेट्स (ओएएस) की एक रिपोर्ट ने मादुरो को एक "तानाशाह" [lower-alpha 1] के रूप में वर्णित किया गया है, जिसने निर्धारित किया किउनके राष्ट्रपति पद के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध किए गए हैं। [1] चीन, क्यूबा, रूस, [2] ईरान, [3] और तुर्की [4] समेत कई मादुरो-सहयोगी राष्ट्र वेनेजुएला के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप को समर्थन और निंदा करते हैं। एपी न्यूज ने बताया कि "परिचित भू-राजनीतिक पक्षों" ने 2019 में वेनेजुएला के राष्ट्रपति संकट में उपरिलिखित सहयोगी राष्ट्रों के विपरीत अमेरिका, कनाडा और पश्चिमी यूरोप समेत अधिकांश पश्चिमी देशों को अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में हुआइदो का समर्थन दिया था। [5] [6] व्यापक निंदा[7] [8] [9] [8] [9] के बावजूद राष्ट्रपति मादुरो ने 20 जनवरी 2019 को शपथ ली। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष हुआइदो को 23 जनवरी 2019 को इस निकाय का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया गया। [10] [11] मादुरो की सरकार मौजूदा संकट को एक तख्तापलट बताती है, जिसका नेतृत्व करने का आरोप वह अमेरिका के सर मढ़ती है। उनका मानना है कि अमेरिका ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि वह देश के तेल भंडार को नियंत्रित कर सके ।" [12] [13] [14] ग़ौरतलब है कि वेनेज़ुएला में दुनिया का सबसे विशाल तेल भंडार है। हुआइदो ने तख्तापलट के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि शांतिपूर्ण स्वयंसेवक अपने आंदोलन को वापस ले रहे हैं। [15]
मादुरो की सरकार के चलते वेनेज़ुएला को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।