दूरी मापक यंत्र (डीएमई)
From Wikipedia, the free encyclopedia
दूरी माप उपकरण (डीएमई) एक ट्रांसपोंडर-आधारित रेडियो नेविगेशन प्रौद्योगिकी है, जो अत्योच्चावृत्ति या परा उच्चावृत्ति रेडियों संकेतों के प्रसार-विलम्ब को माप कर तिरछी दूरी का आकलन करती है। इसका प्रयोग विमानन क्षेत्र में दिक्चालन सहायक(नैविगेशनल एड) के रूप में वीओआर या आइएलएस ग्लाइडपाथ के साथ सहस्थापन में किया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया में विकसित इसकाआविष्कार जेम्स "जेरी" जेरैण्ड[1] द्वारा एडवर्ड जॉर्ज "टाफ़ी" बोवेन की देखरेख में किया गया था। जेरेण्ड राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (कॉमनवेल्थ साइंटिफ़िक एण्ड इण्डस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन - सीएसआईआरओ) में रेडियो-भौतिकी विभाग के चीफ़ रूप में नियुक्त थे। इसी उपकरण के एक और संस्करण को अमालगमेटेड वायरलेस आस्ट्रेलिया लिमिटेड द्वारा १९५० के दशक में २०० मेगाहर्ट्ज वीएचएफ बैंड में संचालित बनाया गया था। ऑस्ट्रेलियाई घरेलू संस्करण को फ़ेडरल डिपार्टमेण्ट ऑफ़ सिविल एवियेशन द्वारा डीएमई(डी) (या डीएमई डोमेस्टिक) और कालान्तर में इसके अंतरराष्ट्रीय संस्करण को आईसीएओ द्वारा डीएमई(आई) नाम से मान्यता मिली।
डीएमई एक द्वितीयक रडार के ही समान है, मात्र एक अन्तर है कि ये उसकी एकदम उलटी है। यह प्रणाली आईएफ़एफ़ (आईडेण्टिफ़ाई फ़्रेण्ड ऑर फ़ो) के अन्तर्गत द्वितीय विश्व युद्ध उपरान्त विकसित की गयी थी। संगतता बनाए रखने के उद्देश्य से डीएमई को कार्यात्मक रूप से TACAN के दूरी मापने के घटक के समान बनाये रखा जाता है।