ख़ान तेन्ग्री
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ख़ान तेंग्री (Khan Tengri; किरगिज़: Хан-Теңири) तियान शान पर्वत शृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह मध्य एशिया में क़ाज़ाक़स्तान, किर्गिज़स्तान और चीन की सीमा पर इसिक कुल झील से पूर्व में स्थित है। इसके शिखर की ऊँचाई ६,९९५ मीटर (२२,९४९ फ़ुट) है। उइग़ुर भाषा में इसके नाम का अर्थ 'आकाश ख़ान (राजा)' है। प्राचीनकाल में तुर्की लोगों के मूल धर्म में तेन्ग्री आकाश के देवता का नाम था।
पर्वतारोहन करने वालों में ७,००० मीटर से अधिक ऊँचे पहाड़ों की ख़ास मान्यता होती है। ख़ान तेंग्री पर हिमानी की वजह से इसका बर्फ़-समेत शिखर ७,०१० मीटर तक उठ जाता है इसलिए बहुत से लोग इसे एक 'सात-हज़ारी पर्वत' मानते हैं हालांकि मूल रूप से इसकी ऊँचाई उस से कुछ ५ मीटर कम है। तियान शान शृंखला में केवल ७,४३९ मीटर का जेन्गिश चोकुसु ही इस से अधिक ऊँचा है।[1]