क्षिप्रिका
From Wikipedia, the free encyclopedia
क्षिप्रिका (Rapid) नदी के मार्ग का वह हिस्सा है जहाँ किसी अवरोध के कारण ढाल सामान्य की अपेक्षा अधिक तीव्र होता है और जल प्रवाह अत्यधिक तीव्र होता है।[1][2] यह जलप्रपात और सामान्य प्रवाह के बीच की स्थिति होती है और सामान्यतः यहाँ नदी की तली कठोर चट्टानों की होती है।[1] जलप्रपात और क्षिप्रिकाओं का पाया जाना नदी की युवावस्था का द्योतक है।
क्षिप्रिकाओं का महत्व राफ्टिंग और श्वेतजल अवलोकन जैसे जल के मनोरंजन उपयोगों के कारण है। क्षिप्रिकाओं का वर्गीकरण भी राफ्टिंग में आने वाले खतरे के अनुसार किया जाता है। जब कई जल प्रपात बन जाते हैं तो उसे कास्केट कहते हैं