काँगड़ा चित्रकारीFrom Wikipedia, the free encyclopedia काँगड़ा चित्रकारी का उदगम काँगड़ा से हुआ जो काँगड़ा राजवाड़े दौर की देन है। इसके फैलने-फूलने का कारण बिसोहली चित्रकारी का अठारह्वीं शताब्दी में फीका पड़ जाना था। [1][2][3] कृष्ण बाँसुरी बजाते हुए 1790-1800 ई० - राजपूत काल की काँगड़ा चित्रकारी।
काँगड़ा चित्रकारी का उदगम काँगड़ा से हुआ जो काँगड़ा राजवाड़े दौर की देन है। इसके फैलने-फूलने का कारण बिसोहली चित्रकारी का अठारह्वीं शताब्दी में फीका पड़ जाना था। [1][2][3] कृष्ण बाँसुरी बजाते हुए 1790-1800 ई० - राजपूत काल की काँगड़ा चित्रकारी।