![cover image](https://wikiwandv2-19431.kxcdn.com/_next/image?url=https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/9/99/Black_peppercorns_with_mortar_and_pestle.jpg/640px-Black_peppercorns_with_mortar_and_pestle.jpg&w=640&q=50)
ओखली और मूसल
From Wikipedia, the free encyclopedia
ओखली, ओखल या खरल एक ऐसे मज़बूत कटोरे को कहते हैं जिसमें एक भारी मूसल नामक गदानुमा डंडे से चीज़ें तोड़ी और पीसी जाती हैं। ओखली और मूसल अक्सर सख़्त लकड़ी या पत्थर के बने होते हैं। पीसे जाने वाली चीज़ें ओखली में डाली जाती हैं और फिर उन्हें मूसल के प्रहार से तोड़ा या मूसल के साथ रौंदकर पीसा जाता है। इसका प्रयोग मसाले बनाने, चटनियाँ बनाने और औषधि पीसने में बहुत किया जाता है। कुछ ओखलियाँ बहुत बड़ी होती हैं और पारम्परिक समाजों में उसमें खाने के पदार्थ बनाने के लिए कई गृहणियाँ मिलकर भारी मूसल चलाती हैं। बहुत सी संस्कृतियों में इसका प्रयोग दवाईयाँ बनाने के लिए होने से इसे चिकित्सा या स्वास्थ्य का चिह्न भी माना जाता है। सुश्रुत और चरक जैसे प्राचीन चिकित्सकों के द्वारा प्रयोग किये जाने की वजह से इस आयुर्वेद का भी चिह्न माना जाता है।[1]
![Thumb image](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/9/99/Black_peppercorns_with_mortar_and_pestle.jpg/640px-Black_peppercorns_with_mortar_and_pestle.jpg)
![Thumb image](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/b/be/Wooden_mortar_and_pestle.jpg/640px-Wooden_mortar_and_pestle.jpg)