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ऊर्ध्वहनु वायुविवर
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मैक्सिलरी साइनस या ऊर्ध्वहनु वायुविवर मानव शरीर की खोपड़ी में हवा भरी हुई गुहा(कैविटी) होती हैं जो हमारे सिर को हल्कापन व सांस वाली हवा का नमी युक्त करते हैं। जब कभी साइनस का संक्रमण हो जाता है तो ये सिरदर्द का भी कारण बनते हैं। परंतु सारे सिरदर्द का कारण साइनस ही नहीं होते, कई बार रोगी को साइनस के दर्द की बजाय अधकपारी या तनाव वाला सिरदर्द हो सकता है। अधकपारी सिरदर्द से चेहरे की नसें प्रभावित हो जाती हैं। जो कि माथे, गालों और जबड़े को जाती हैं। इसकी वजह से साइनस के पास दर्द होता है। जब नाक व साइनस का संक्रमण होता है तो लक्षण आंखों पर, माथे पर व गालों पर भारीपन महसूस होता है। कई बार तो नाक बंद, थकान, सर्दी के साथ बुखार, चेहरे पर सूजन व नाक से पीला या हरे रंग का रेशा भी गिरता है। इसे साइनोसाइटिस कहते हैं। यद्यपि कई बार यह महत्वपूर्ण बात होती है कि कई सिरदर्द तो लंबे समय से चले आ रहे हैं, नजले के कारण होते हैं। इसलिए जब कभी माइग्रेन का ईलाज करे तो साइनस सिरदर्द को जरूर ध्यान रखें।
ऊर्ध्वहनु वायुविवर (मैक्सिलरी साइनस) | |
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वायु साइनस की स्थिति दर्शाता चेहरे की अस्थियों का आरेख | |
लैटिन | साइनस मैक्सिलरिस (sinus maxilliaris) |
ग्रे की शरीरिकी | subject #223 999 |
धमनी | अवनेत्रगुहा धमनी, पश्च ऊर्घ्व दन्तोलूखल (दंत) धमनी |
तंत्रिका | पश्च ऊर्घ्व दन्तोलूखल तन्त्रिका, मध्य ऊर्घ्व दन्तोलूखल तन्त्रिका, अग्र ऊर्घ्व दन्तोलूखल तन्त्रिका और अवनेत्रगुहा तन्त्रिका |
एमईएसएच | {{{MeshNameHindi}}} |