उर्मिला (रामायण)
लक्ष्मण की पत्नी / From Wikipedia, the free encyclopedia
उर्मिला हिंदू महाकाव्य रामायण में एक चरित्र है। वह जनकपुर के राजा जनक की दूसरी बेटी थीं और उनकी माता रानी सुनयना थीं। सीता उनकी बड़ी बहन थीं। वह राम के अनुज लक्ष्मण की पत्नी थीं। लक्ष्मण सुमित्रा के पुत्र और शत्रुघ्न के जुड़वे भाई थे। [1] लक्ष्मण और उर्मिला के दो पुत्र थे जिनका नाम थे - अंगद और चन्द्रकेतु । उर्मिला जी को नागलक्ष्मी या क्षीरसागरा का अंशावतार माना जाता है । माता उर्मिला को रामायण के मूक पात्रों में से एक माना जाता है परंतु इनका योगदान सीता तुल्य ही माना जाता है । माता उर्मिला पतिव्रत धर्म की प्रतिक हैं । एक पत्नी को पति के धर्मसंकट में कैसे साथ निभाना चाहिए, पत्नी का क्या धर्म होता है, उर्मिला जी साक्षात इसका प्रमाण है । उर्मिला जी ने 14 वर्षों तक अयोद्धा में रह कर माता सुमित्रा की सेवा की थी । और माता सुमित्रा को अपने पुत्र लक्ष्मण की कमी महसूस नहीं होने दी थी । [2] लक्ष्मण-उर्मिला पुत्र अंगद ने अंगदीया पुरी तथा चन्द्रकेतु ने चन्द्रकांता पुरी की स्थापना की थी।
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उर्मिला | |
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कहानी में जानकारी | |
जीवनसाथी | लक्ष्मण |
बच्चे | अंगद चन्द्रकेतु |