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आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक
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आर्थिक मुक्ति सूचकांक (Index of Economic Freedom) एक मानक माप है जो विश्व के देशों की अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक स्वतंत्रता के स्तर को मापता है। यह प्रत्येक देश की नीति-नियमों के कई आर्थिक आयामों का अध्ययन करता है और फिर उन आयामों के लिए और पूरे देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक सूचकांक देता है।[1]
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टीका: ██ मुक्त (80–100) ██ अधिकतर मुक्त(70–79.9) ██ मध्यम मुक्त(65–69.9) ██ मध्यम अमुक्त(60–64.9) ██ अधिकतर अमुक्त (55–59.9) ██ अधिकतर अमुक्त(50–54.9) ██ दमित (0–49.9)
जो देश आर्थिक रूप से अमुक्त या दमित हैं उनमें सरकार अपने नागरिकों और व्यापारिक ईकाईयों को स्वतंत्रता से अपना आर्थिक जीवन में निर्णय लेने का अधिकार नहीं देती, और नागरिक अपनी आर्थिक स्थिति को स्वयं सुधारने से भिन्न प्रकार से प्रतिबंधित होते हैं। ऐसे अधिकांश देशों में या तो निर्धनता व्याप्त होने लगती है, या फिर उनमें कोई तेल जैसा खनिज होता है जिसके निर्यात से अर्थव्यवस्था में पैसा आता रहता है। जिन देशों में आर्थिक मुक्ति की स्थिति है, उनमें नागरिक और व्यापारिक ईकाईयाँ स्वतंत्रता से आर्थिक निर्णय ले सकते हैं और समय के साथ इनमें सम्पन्नता की स्थिति व्याप्त हो जाती है। जिन देशों की आर्थिक नीतियाँ उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक में सबसे ऊपर के 20% में डालती हैं, उनकी प्रति व्यक्ति आय अगले 20% से दो गुना और सबसे आर्थिक रूप से अमुक्त 20% से पाँच गुना है।[2][3]