अम्बाजी मंदिर, गुजरात
गुजरात राज्य का एक मंदिर और नगर / From Wikipedia, the free encyclopedia
अम्बाजी माता मन्दिर (गुजराती:અમ્બાજી માતા મન્દિર) या अरासुरी अम्बाजी मन्दिर भारत में माँ शक्ति के ५१ शक्तिपीठों में से एक प्रधान पीठ है। यह पालनपुर से लगभग ६५ कि॰मी॰, आबू पर्वत से ४५ कि॰मी॰, आबू रोड से २० किमी, श्री अमीरगढ़ से ४२ कि॰मी॰, कडियाद्रा से ५० कि॰मी॰ दूरी पर गुजरात-राजस्थान सीमा पर अरासुर पर्वत पर स्थित है। यहाँ कोई प्रतिमा स्थापित नहीं है, केवल पवित्र श्रीयंत्र की पूजा मुख्य आराध्य रूप में की जाती है। इस यंत्र को कोई भी सीधे आंखों से देख नहीं सकता एवं इसकी फ़ोटोग्राफ़ी का भी निषेध है। मां अम्बाजी की मूल पीठस्थल कस्बे में गब्बर पर्वत के शिखर पर है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां तीर्थयात्रा करने वर्ष पर्यन्त आते रहते हैं, विशेषकर पूर्णिमा के दिन। भदर्वी पूर्णिमा के दिन यहाँ बड़ा मेला लगता है।[1] देश भर से भक्तगण यहां मां की पूजा अर्चना हेतु आते हैं, विशेषकर जुलाई माह में। इस समय पूरे अम्बाजी कस्बे को दीपावली की तरह प्रकाश से सजाया जाता है।[2] माना जाता है कि ये मन्दिर लगभग बारह सौ वर्ष से अधिक प्राचीन है। इस मंदिर का शिखर १०३ फ़ीट ऊंचा है और इस पर ३५८ स्वर्ण कलश स्थापित हैं। इस मेले में एक अनुमान के अनुसार २००८ में २५ लाख यात्री पहुंचने की संभावना थी।[3]
अम्बाजी माता मन्दिर | |
---|---|
Ambaji Mata Temple અરાસુરી અમ્બાજી મંદિર अरासुरी अम्बा भवानी मंदिर | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | माँ दुर्गा (शक्ति) |
शासी निकाय | श्री अरासुरी अम्बाजी माता देवस्थान न्यास, 1963 इसी बोर्ड ने १९७६-८८ में नवीन निर्माण भी करवाया था। |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | गब्बर पर्वत, अरासुर |
ज़िला | बनासकांठा ज़िला |
राज्य | गुजरात |
देश | भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 24.33°N 72.85°E / 24.33; 72.85 |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | हिन्दू |
निर्माता | वल्लभी शासक, सूर्यवंश सम्राट अरुण सेन |
निर्माण पूर्ण | चौथी शताब्दी |
अवस्थिति ऊँचाई | 61 मी॰ (200 फीट) |
वेबसाइट | |
http://www.ambajitemple.in/ |