अबुल कलाम आज़ाद
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ मुस्लिम नेता, प्रथम भारतीय शिक्षा मंत्री / From Wikipedia, the free encyclopedia
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद या अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन (11 नवंबर, 1888 - 22 फरवरी, 1958) एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वे महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे। खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 1923 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के प्रेसीडेंट बने। वे 1940 और 1945 के बीच कांग्रेस के प्रेसीडेंट रहे। आजादी के बाद वे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले से 1952 में सांसद चुने गए और वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।[1]
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मौलाना अबुल कलाम आज़ाद | |
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11 नवंबर 1888 – 22 फरवरी 1958 | |
मौलाना आज़ाद | |
जन्मस्थल : | मक्का,उस्मानी साम्राज्य |
मृत्युस्थल: | दिल्ली,भारत |
आन्दोलन: | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम |
प्रमुख संगठन: | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1940-45 के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे जिस दौरान भारत छोड़ो आन्दोलन हुआ था। कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेताओं की तरह उन्हें भी तीन दिन जेल में बिताने पड़े थे। स्वतंत्रता के बाद वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने। उनकि शिक्षा का कोई उल्लेख नहीं है।[2] मौलाना अब्दुल कलाम आजाद का जन्म मक्का में हुआ था सऊदी अरब में