अफ्रीकी बाओबाब
From Wikipedia, the free encyclopedia
अफ्रीकी बाओबाब (African baobab) या गोरखचिंच, जिसका वैज्ञानिक नाम ऐडनसोनिया डिजिटाटा (Adansonia digitata) है, बाओबाब वृक्षों की सबसे अधिक पाई जाने वाली जीववैज्ञानिक जाति है। यह मूल रूप से अफ्रीका के महाद्वीप में पाई जाती थी।[1][2][3] यह एक मोटे तने और कम व ऊँची टहनियों वाला वृक्ष है जो उप-सहारा अफ्रीका के गरम व शुष्क सवाना क्षेत्रों में पाया जाता है जहाँ से दूर से दिखता है और किसी जलस्रोत के निकट होने का संकेत माना जाता है। इनके बड़े होने की गति भूमिगत जल या वर्षा से पानी की उपलब्धि पर निर्भर करती है। इनकी अधिकतम आयु पर विवाद है लेकिन इसे 1,500 वर्षों के आसपास अनुमान करा जाता है। प्राचीनकाल से ही इनका मानवों के लिए आश्रय, आहार, जल, स्वास्थ्य औषधियों और धार्मिक मान्यताओं की दृष्टि से महत्त्व रहा है। उपनिवेशकाल में कई यूरोपीय यात्रियों ने इनपर अपने नाम कुरेदे थे और आधुनिक काल में भी असामाजिक तत्त्व इनपर कुरेदकर चिह्न छोड़ते रहते हैं।[4]
अफ्रीकी बाओबाब African baobab गोरखचिंच | |
---|---|
तंज़ानिया में एक अफ्रीकी बाओबाब के नीचे हाथी | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | पादप |
अश्रेणीत: | पुष्पी पादप (Angiosperms) |
अश्रेणीत: | युडिकॉट (Eudicots) |
अश्रेणीत: | ऐस्टरिड (Asterids) |
गण: | मैलवेलीस (Malvales) |
कुल: | मैलवेसिए (Malvaceae) |
उपकुल: | बोम्बाकोइडिए (Bombacoideae) |
वंश: | ऐडनसोनिया (Adansonia) |
जाति: | ऐडनसोनिया डिजिटाटा A. digitata |
द्विपद नाम | |
Adansonia digitata लिनियस, 1758 | |