रामसर कन्वेंशन
एगो अंतर्राष्ट्रीय संधि जे नमभूमी सभ के संरक्षण आ उनहन के सस्टेनेबल इस्तेमाल खातिर 1971 में समझौता / From Wikipedia, the free encyclopedia
रामसर कन्वेंशन ऑन वेटलैंड्स ऑफ़ इंटरनेशनल इम्पोर्टेंस इस्पेशियली एज वाटरफाउल हैबिटाट (अंग्रेजी: Ramsar Convention on Wetlands of International Importance especially as Waterfowl Habitat) चाहे छोट रूप में रामसर कन्वेंशन (अंग्रेजी: Ramsar Convention), रामसर सम्मेलन में भइल एगो अंतर्राष्ट्रीय समझौता हवे जेकरे तहत दुनिया भर के नमभूमि (वेटलैंड) सभ के संरक्षण के कोसिस करे खाती बिभिन्न देसन में आपसी सहमती बनल। ई सम्मेलन ईरान के रामसर शहर में 1971 में भइल रहे।
रामसर कन्वेंशन ऑन वेटलैंड्स ऑफ़ इंटरनेशनल इम्पोर्टेंस इस्पेशियली एज वाटरफाउल हैबिटाट | |
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Signed | 2 फरवरी 1971 (वल्ड वेटलैंड्स डे मनावल जाला) |
Location | रामसर (ईरान) |
Effective | 21 दिसंबर 1975 |
Condition | 7 स्टेट सभ द्वारा रैटीफिकेशन |
Signatories | 23[1] |
Parties | 172[1] |
Depositary | यूनेस्को क डाइरेक्टर जनरल |
Languages | अंग्रेजी (जहाँ बिबिधता के केस होखे), फ्रेंच, जर्मन, रशियन, आ स्पैनिश[1] |
हर तीन साल पर, कांट्रैक्ट करे वाला पक्ष सभ के प्रतिनिधि लोग कॉन्फ्रेंस ऑफ़ पार्टीज (COP) के रूप में मिले ला, ई सम्मेलन के नीति निर्माता अंग हवे जे सम्मेलन के काम के मैनेजमेंट आ सुधार खातिर निर्णय (साइट सभ के नाँव, संकल्प आ सिफारिश) अपनावे ला जवना तरीका से पार्टी सभ एकरे उद्देश्य सभ के लागू करे में सक्षम होखे लीं। 2022 में चीन के वुहान आ स्विट्जरलैंड के जिनेवा में सीओपी14 के आयोजन भइल।
ई समझौता 2 फरवरी के साइन भइल रहल आ एही कारन 2 फरवरी के अंतर्राष्ट्रीय नमभूमी दिवस मनावल जाला। भारत अपना आजादी के 75 वाँ बरिस में कुल 75 गो वेटलैंड सभ के रामसर साइट के रूप में नामित क के एगो महत्वपूर्ण उपलब्धी हासिल कइले बाटे।