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सोनपुर मेला
कातिक पुर्नवासी के बिहार में लागे वाला एगो मेला / From Wikipedia, the free encyclopedia
सोनपुर मेला भारतीय राज्य बिहार के सारन जिला में सोनपुर नाँव के जगह पर लागे वाला मेला हवे। मुख्य रूप से ई मेला मवेशी सभ के मेला हवे जहाँ पालतू जानवरन के बिक्री-खरीद होखे ला। मेला हिंदू कैलेंडर के हिसाब से कातिक महीना के पुर्नवासी से सुरू होला[1] जेकरा के गंगा नहान भी कहल जाला।
सोनपुर मेला | |
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![]() सोनपुर के मेला में हाथी | |
ऑफिशियल नाँव | सोनपुर मेला, हरिहर क्षेत्र मेला |
मनावे वाला | हिंदू लोग |
प्रकार | धार्मिक |
सुरू | कातिक महीना के पुर्नवासी |
सोनपुर शहर, हिंदू धरम में पबित्र मानल जाए वाली नदी गंगा आ नेपाल से बह के आवे वाली गंडक नदी के संगम पर बसल हवे। हेइजा श्री हरिहरनाथ के मंदिर बा, इलाका के हरिहर क्षेत्र कहल जाला, आ एहिजे ई मेला लागे ला। मंदिर आ जगह के पबित्र माने के वजह पुराणन में बर्णित गजेंद्र मोक्ष के कथा हवे, जेकरे अनुसार अपना भक्त हाथी के मगरमच्छ द्वारा पकड़ लिहल जाए पर विष्णु आ के ओकरा के बचवले रहलें।
कुछ समाचारन में एकरा के एशिया के सभसे बड़हन पशु मेला बतावल जाला।[नोट 1] एह मेला के देखे खाती भारते ना बलुक बिदेस के लोग भी आवे ला।[2]
राज्य सरकार एकरे खाती कई किसिम के बेवस्था भी करे ले। सरकारी पुलिस के अलावा, मेला में चोरी-चकारी से निपटे खाती आ भुलाइल लोगन के खोज करे खाती इहाँ सामुदायिक पुलिस (स्वयंसेवक लोग के ब्यवस्था) भी कई साल से चल रहल बा।[3]