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बिहिरी, बहिरी या बहरी[नोट 1](अंग्रेजी: Peregrine falcon, पेरेग्रीन फाल्कन; बैज्ञानिक नाँव:Falco peregrinus) चिरइन के बाज परिवार के चिरई बा।[2][3][4] ई एक ठो शिकारी चिरई हवे। बड़हन कउआ के आकार के ई बाज, निलछाहूँ-स्लेटी रंग के पीठ आ सफेद धारीदार पेट वाला, काला मूंडी वाला आ मोंछदार होला। खास चिरइन के शिकार करे वाली अउरी अपने नियर शिकारी पक्षिन के तरे इहो चिरई लैंगिक बिसम रुपी होले आ मादा के आकर नर के आकार से पर्याप्त बड़हन होला।[5][6] बिहिरी के एकरे तेजी खातिर जानल जाला, काहें की अपने शिकार के झपट के पकड़े खातिर गोता लगावत घरी एकर स्पीड 322 किमी/घं (200 मील/घं) से ढेर होला[7], इहे बिसेसता एकरा के धरती के सभसे तेज जानवर बना देले।[8][9] नेशनल ज्योग्राफिक के टीवी प्रोग्राम के अनुसार अबले बिहिरी के सभसे तेज गति 389 किमी/घं (242 मील/घं) नापल जा चुकल बाटे।[10][11]
बिहिरी Peregrine falcon | |
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अपने शिकार के साथ एगो बिहिरी, नोवा स्कोशिया, कनाडा | |
बैज्ञानिक वर्गीकरण | |
किंगडम: | एनिमेलिया |
फाइलम: | कार्डेटा |
क्लास: | एव्स |
ऑर्डर (Order): | फाल्कनीफॉर्म्स |
परिवार: | फाल्कनाइडी |
जाति (Genus): | फाल्को |
प्रजाति: | F. peregrinus |
दूपद नाँव | |
Falco peregrinus Tunstall, 1771 | |
उपप्रजाति | |
17–19, लेख में देखल जाय | |
F. peregrinus के बैस्विक बितरण
गर्मी में प्रजनन काल निवास प्रजनन काल निवासी जाड़ा में प्रवासी आवागमन में प्रवास | |
अउरी दूसर नाँव | |
Falco atriceps ह्यूम |
बिहिरी के प्रजनन क्षेत्र आर्कटिक टुंड्रा से ले के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र तक बिस्तार लिहले बाटे। खाली ध्रुवीय प्रदेश आ बहुत ऊँच पहाड़ी इलाका के आ उष्णकटिबंधीय वर्षावन के छोड़ के, ई धरती पर लगभग हर जगह पावल जाले। बर्फ़ से तोपाइल न रहे वाला जमीनी हिस्सा में खाली न्यूजीलैंड अइसन जगह बा जहाँ ई ना पावल जाले। ई बिसेसता के कारण ई दुनिया के सभसे ढेर बिस्तार क्षेत्र वाली शिकारी चिरई भी बाटे[12] आ दुनिया के सभसे ढेर पावल जाए वाली चिरई सभ में से गिनल जाले। एक्सपर्ट लो एह चिरई के 19 से 19 गो ले उपप्रजातिन के पहिचान करे ला जवन क्षेत्र आ रंग रूप के अंतर के आधार पर अलगावल जालीं; इहो बिबाद के बिसय बा की Barbary falcon के दू गो उपप्रजाति Falco peregrinus के नाँव से आ F. pelegrinoides. कहल जाला अलग बाड़ी की नाहीं। ई निर्धारित कइल गइल बा की इनहन में जेनेटिक बिसमता मात्र 0.6–0.8 % होले।[13]
एकरे भोजन में आमतौर पर माझिल आकार के चिरई होलीं बाकी ई कबो-कबो छोट मैमल, छोट रेंगे वाला जंतु आ किरौना भी खा लेला। साल भर की उमिर में ई बच्चा पैदा करे लायक वयस्कता पा जाला आ ओकरे बाद जीवन भर प्रजनन करे ला। ई सामान्य रूप से scrape में रहे ला, जवन ऊँच क्लिफ़ के किनारा पर होला या फिर नया ज़माना में मनुष्य के बनावल ऊँच बिल्डिंग में भी हो सकेला।[14] कुछ इलाका सभ में ई चिरई खतरा में आ गइल रहे जहाँ कीटनाशक के बहुत इस्तेमाल होखे, खासतौर पर डीडटी के। सत्तर के दश में डीडीटी पर प्रतिबंध लगले के बाद से एकरे संख्या में बढ़ती देखल गइल बाटे आ ई प्रजाति ओह इलाका सभ में भी खतरा से बाहर आ रहल बाटे; एकरे अलावा इन्हन के घोंसला बनावे के जगह के भी बड़ा पैमाना पर संरक्षित करे के कोसिस भइल बाटे।[15]
बिहिरी के शिकार करे खातिर बाज पोसे वाला लोग बहुत महत्व देला काहें की ई बहुत तेज आ मजबूत होले आ शिकार करे में निपुण होले। हाल में ई के पकड़ के कैद कर के भी बच्चा पैदा करावे में सफलता मिले से एह चिरई के ई इस्तेमाल बढ़ल बाटे। ई आमतौर पर छोट-बड़, लगभग हर तरह के शिकार (चिरई) के पकड़े में प्रभावी होखे ले।
बिहिरी, बहिरी या बहरी के रूप में एकर कई ठो उच्चारण प्रचलित बाटे जवना में हिंदी में बहरी सबसे प्रचलित बाटे। आमतौर पर ई अरबी के "बहर" शब्द से उत्पन्न मानल जाला। दूसरे अनुमान के मुताबिक़ ई संस्कृत के वि-हर्तु, वि-हारि या वि-हन्त्री (जे चिरई के मारे) से उत्पन्न हो सकेला या फिर वि-हरि (वीनां वीषु वा हरिः - पक्षी में सिंह की नियर)।[16]
हिंदी में बहरी शब्द एह चिरई खातिर आ एकरे एक ठो नजदीकी भाई-बंधु शाहीन बाज खातिर भी प्रयोग होला।[17] तुरमुती, लगर आ खेरमुतिया तीन गो प्रकार के बहरी बतावल गइल बाटे।[18]
संस्कृत में एकर अउरी दूसर नाँव शालिव आ सारिम बतावल गइल बाटे[19], वैदिक शब्द तक्ववी[20] आ क्षिप्रश्येन भी एही के होखला के अनुमान लगावल गइल बाटे। हालाँकि तक्ववी नाँव एकरे नजदीकी प्रजाति, शाहीन के भी हो सकेला।[21] एकरे अलावा एकर अउरी संभावित नाँव नीलच्छद श्येन (कल्पद्रुमकोष में) आ धूमिका (चरकसंहिता में) भी बाटे।[16]
एकर अंग्रेजी आ बिग्यानिक नाँव पेरेग्रीन (peregrine) के मतलब "बाहरी" (comes from abroad) होला। ई नाँव एकरे पुरा उत्तरी गोलार्ध में प्रवास करे के समय पकड़ल जाए के कारण पड़ल हवे, एकरा के घोंसला से ना पकड़ल जाला।[22]
बिहिरी के शरीर के लंबाई 34 से 58 सेमी (13–23 इंच) आ पाँख के फइलाव 74 से 120 सेमी (29–47 इंच) होला।[5][23] नर आ मादा, दुनों के रंग-रूप plumage एक्के नियर होला, लेकिन बाकी शिकारी चिरइन नियर बिहिरी भी साइज में लैंगिक बिसमरुपी होले आ मादा के आकार नर के तुलना में 30% बड़हन होला।[24] नर के वजन 330 से 1,000 ग्रा (0.73–2.20 पाउंड) होला आ मादा के वजन 700 से 1,500 ग्रा (1.5–3.3 पाउंड) होला। ज्यादातर उपप्रजातिन में, नर के वजन 700 ग्रा (1.5 पाउंड) से कम होला आ मादा के वजन 800 ग्रा (1.8 पाउंड) से ढेर होला, नर से डेढ़ गुना वजन वाली मादा के साथ भी मिलन होखत देखल जाला।[6][25][26] बिहिरी के स्टैण्डर्ड नाप में: पाँख (wing chord) 26.5–39 सेमी (10.4–15.4 इंच), पोंछ 13–19 सेमी (5.1–7.5 इंच) आ tarsus 4.5 से 5.6 सेमी (1.8 से 2.2 इंच) के होला।[12]
बिहिरी Falco peregrinus के कई ठे उपप्रजाति पहिचल गइल बाड़ी, इन्हन में 1994 ले 19 गो के स्वीकृति मिल चुकल रहे आHandbook of the Birds of the World,[5][6][27] में en:Barbary falcon जवन कनारी दीप पर आ उत्तरी अफिरका के तटीय भाग में पावल जाले, के पेरेग्रीन फाल्कन Falco peregrinus, के उपप्रजाति मानल गइल बा न की अलग F. pelegrinoides के रूप में। 19 गो उपप्रजाति सभ के बिस्व के नक्शा पर बितरण नीचे दिहल जात बाटे:
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