From Wikipedia, the free encyclopedia
गोरख पाण्डेय (1945 – 29 जनवरी 1989[1]) भोजपुरी अउरी हिंदी भाषा कऽ एगो कवी रहलें। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला के एगो गाँव में जनमल पांडे आपन पढ़ाई बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से कइलें[2] आ बैचारिक रूप से जनसंघर्ष के कवी मानल जालें। हिंदी के आधुनिक कबिता के कुछ बिसिस्ट कवी लोग में इनकरो नाँव लिहल जाला।[3]
गोरख पाण्डेय | |
---|---|
जनम | पंडित के मुड़ेरा, देवरिया जिला, उत्तर प्रदेश |
निधन | जेएनयू, दिल्ली |
भाषा | भोजपुरी, हिंदी |
राष्ट्रियता | भारतीय |
साहित्यिक आंदोलन | नक्सल आंदोलन, कम्युनिस्ट |
बाद में पांडे बनारस से जेएनयू, दिल्ली चल गइलें आ उहाँ रिसर्च एसोसियेट (आरए) रहलें। एह दौरान दिमागी बेमारी सिजोफ्रीनिया के चलते एक दिन जेएनयू के हास्टल के कमरा में आत्महत्या कइ लिहलें। इनके तीन गो संग्रह इनका मौत के बाद छ्पलें।[4]
Seamless Wikipedia browsing. On steroids.
Every time you click a link to Wikipedia, Wiktionary or Wikiquote in your browser's search results, it will show the modern Wikiwand interface.
Wikiwand extension is a five stars, simple, with minimum permission required to keep your browsing private, safe and transparent.