कृष्ण
हिंदू देवता, विष्णु के अवतार / From Wikipedia, the free encyclopedia
कृष्ण हिंदू धर्म के एगो प्रमुख देवता हवें। इनका के बिष्णु के अवतार के रूप में भी पूजल जाला आ अपना में खुदे इनहीं के सबसे बड़हन ईश्वर के रूप में भी पूजल जाला।[8] कृष्ण के हिंदू धर्म में करुणा, दया आ प्रेम के देवता के रूप में पूजल जाला,[1][9] आ ई भारतीय देवी-देवता सभ में एगो प्रमुख देवता हवें।[10] कृष्ण के जनमदिन के लगभग पूरा भारत में कृष्ण जन्माष्टिमी के रूप में मनावल जाला आ ई हिंदू कैलेंडर के हिसाब से भादो महीना के अन्हार में अष्टिमी तिथी के पड़े ला आ अंग्रेजी कलेंडर के हिसाब से ई तिहुआर अगस्त भा सितंबर में पड़े ला।[11]
कृष्ण | |
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दया, करुणा आ परेम के देव[1][2] | |
संबंधित बाड़े | स्वयं भगवान्, परमात्मा, ब्रह्म[3][4] |
धाम | गोलोक, गोकुल, द्वारक |
हथियार | सुदर्शन चक्र कौमोदकी |
ग्रंथ | भागवत पुराण, हरिवंश पुराण, बिष्णु पुराण, महाभारत (गीता) |
तिहुआर | जन्माष्टिमी, होली |
Personal information | |
जनम | मथुरा, सूरसेन राज्य (वर्तमान उत्तर प्रदेश, भारत)[5] |
Consort | राधा, अष्टभार्या, 16,000-16,100 रानी लोग[6][note 1] |
माई-बाबूजी | देवकी आ बासुदेव, जशोदा आ नंद बाबा (पालक महतारी बाप) |
सहोदर | बलराम, सुभद्रा |
कृष्ण के अउरी कई नाँव से जानल जाला, जइसे की गोविंद, मुकुंद, मधुसूदन, वासुदेव, आ माखनचोर। कृष्ण के जिनगी के कथा आ खीसा सब के "कृष्ण लीला" कहल जाला। कृष्ण कई गो पुराणिक कथा सभ, जइसे कि महाभारत, भागवत पुराण आ भगवत गीता में प्रमुख चरित्र बाड़ें आ इनके जिकिर कई किसिम के दार्शनिक, धार्मिक आ कथा ग्रंथ सभ में आइल बा।[12] एह कथा आ ग्रंथ सभ में कृष्ण के कई बिबिध रूप में प्रस्तुत कइल गइल बा: उदाहरण खाती, ईश्वर के अवतार, लीलापुरुष, आदर्श प्रेमी, पबित्र हीरो, आ साक्षात ईश्वर वगैरह।[13] इनके बिबिध रूपलेखन (आइकनोग्राफी) में इनके जिनगी के बिबिध रंग प्रगट होला आ जीवन के अलग-अलग हिस्सा, बचपन में माखन चोरा के खाए वाला चंचल बालक, मुरली बजावे वाला लइका, युवा रूप में राधा आ गोपी लोग के साथे रास रचावे वाला प्रेमी, युद्ध में निपुण योद्धा आ अर्जुन के सारथी, योगी आ उपदेशक वगैरह रूप प्रमुख बाड़ें।[14]कृष्ण वसुदेव और देवकी के 8वीं संतान रहले। देवकी कंस के बहीन रहली। कंस एगो अत्याचारी राजा रहे। उ आकाशवाणी सुनले रहे कि देवकी के आठवा पुत्र द्वारा ऊ मारल जाइ।