मगध महाजनपद
प्राचीन भारत में राज्य / From Wikipedia, the free encyclopedia
ये भी देखें: मगध के राजवंशों और शासकों की सूची
मगध प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। आधुनिक पटना तथा गया जिला इसमें शामिल थे। इसकी राजधानी "गिरिव्रज" (आधुनिक, राजगीर) बाद में "पाटलिपुत्र" थी। मगध का सर्वप्रथम उल्लेख अथर्व वेद में मिलता है। अभियान चिन्तामणि के अनुसार मगध को कीकट कहा गया है। गौतम बुद्ध के पूर्व बृहद्रथ वंश के बृहद्रथ तथा जरासंध यहाँ के प्रतिष्ठित राजा थे।[1] वर्तमान में मगध नाम से बिहार में एक प्रंमडल है - मगध प्रमंडल है।
सामान्य तथ्य मगध साम्राज्य, राजधानी ...
मगध साम्राज्य | |||||||||
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ल. 1100 – ल. 345 ईसा पूर्व (प्राचीन मगध महाजनपद) ल. 345 ईसा पूर्व – 1200 इस्वी (मगध सम्राज्य) | |||||||||
500 ईसा पूर्व की अवधि में मगध और अन्य महाजनपद | |||||||||
मगध राजवंशों का प्रादेशिक विस्तार | |||||||||
राजधानी | राजगीर (गिरिव्रज), बाद में पाटलिपुत्र (वर्तमान मे पटना) | ||||||||
प्रचलित भाषाएँ | संस्कृत (मुख्य) मागधी | ||||||||
धर्म | हिंदू धर्म बौद्ध धर्म जैन धर्म | ||||||||
सरकार | राजतन्त्र, जैसा कि अर्थशास्त्र में वर्णित है | ||||||||
सम्राट (मुख्य) | |||||||||
• ल. 544–492 ईसा पूर्व | बिम्बिसार | ||||||||
• ल. 492–460 ईसा पूर्व | अजातशत्रु | ||||||||
• ल. 460–444 ईसा पूर्व | उदायिभद्र | ||||||||
• ल. 437–413 ईसा पूर्व | नागदसक | ||||||||
• ल. 413–395 ईसा पूर्व | शिशुनाग | ||||||||
• ल. 395–367 ईसा पूर्व | कालाशोक | ||||||||
• ल. 349–345 ईसा पूर्व | महानन्द | ||||||||
ऐतिहासिक युग | लौह युग | ||||||||
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अब जिस देश का हिस्सा है | भारत |
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