औरंगज़ेब
मुगल साम्राज्य के छठे सम्राट जिन्होंने 1658 से 1707 तक शासन किया। / From Wikipedia, the free encyclopedia
मुहिउद्दीन मोहम्मद (3 नवम्बर 1618 – 3 मार्च 1707), जिसे आम तौर पर औरंगज़ेब या आलमगीर (मुस्लिम प्रजा द्वारा दिया गया शाही नाम जिसका मतलब है विश्व विजेता) के नाम से जाना जाता था, भारत पर राज करने वाला छठा मुग़ल शासक था। उसका शासन 1658 से लेकर 1707 में उनकी मृत्यु तक चला। औरंगज़ेब ने भारतीय उपमहाद्वीप पर लगभगआधी सदी राज किया। वह अकबर के बाद सबसे अधिक समय तक शासन करने वाला मुग़ल शासक था। औरंगज़ेब के शासन में मुग़ल साम्राज्य अपने विस्तार के शिखर पर पहुँचा। उसने अपने जीवनकाल में दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में प्राप्त विजयों के माध्यम से मुग़ल साम्राज्य को साढ़े बारह लाख वर्ग मील में फैलाया। अपने जीवनकाल में, उसने पुरे दक्षिणी भारत में मुग़ल साम्राज्य का विस्तार करने का भरपूर प्रयास किया पर मराठा के वजह पुरे भारत पर राज नही कर सका और उसके शासन के बाद मुग़ल साम्राज्य का सिकुड़ना आरम्भ हो गया।
औरंगज़ेब | |||||||||
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छठवाँ मुग़ल राजा | |||||||||
शासनावधि | 31 जुलाई 1658 – 3 मार्च 1707 | ||||||||
राज्याभिषेक | 13 जून 1659 शालीमार बाग़ | ||||||||
पूर्ववर्ती | शाहजहाँ | ||||||||
उत्तरवर्ती | मोहम्मद आज़म शाह (बराए-नाम) बहादुर शाह I | ||||||||
जन्म | मुहिउद्दीन मोहम्मद 3 नवम्बर 1618 दाहोद, मुग़ल साम्राज्य | ||||||||
निधन | 3 मार्च 1707(1707-03-03) (उम्र 88) अहमदनगर, मुग़ल साम्राज्य | ||||||||
समाधि | |||||||||
जीवनसंगी | दिलरस बानो बेगम नवाब बाई औरंगाबादी महल उदयपुरी महल | ||||||||
संतान |
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घराना | तैमूरी | ||||||||
राजवंश | मुग़ल ख़ानदान | ||||||||
पिता | शाहजहाँ | ||||||||
माता | मुमताज़ महल | ||||||||
धर्म | इस्लाम |
औरंगजेब को सबसे विवादास्पद मुग़ल शासक माना जाता है क्योंकि उन्होंने गैर-मुसलमानों के प्रति जज़िया कर जैसी भेदभावपूर्ण नीतियां लागू कीं और उनके शासन में बड़ी संख्या में हिंदू मंदिरों को नष्ट कर दिया गया।[1][2] औरंगज़ेब ने पूरे साम्राज्य पर शरियत आधारित फ़तवा-ए-आलमगीरी लागू किया और सिखों के गुरु तेग बहादुर को भी उनके आदेश के तहत मार दिया गया था। [3][4]