हावड़ा ब्रिज
हुगली नदी पर कलकत्ता आ हाबड़ा के बीच पुल / From Wikipedia, the free encyclopedia
हावड़ा ब्रिज या हाबड़ा के पुल कलकत्ता आ हावड़ा के बीच में हुगली नदी पर बनल एगो कैंटीलीवर पुल बाटे। भारत के एगो इतिहासी पुल हवे जे 1943 में चालू भइल।[9][11] सुरुआत में एकर नाँव नया हावड़ा ब्रिज रहल काहें से कि ई पुराना पीपा वाला पुल (पंटून ब्रिज) के जगह लेवे खातिर बनावल गइल रहे। 1965 में एकर ऑफिशियल नाँव बदल के बंगाल के महान कवी आ साहित्यकार, संगीतकार गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, जे पहिला भारतीय आ एशियाई नोबल लौरियेट रहलें, के नाँव पर रवींद्र सेतु रख दिहल गइल।[11]
हावड़ा ब्रिज | |
---|---|
लोकेशन | 22.5851°N 88.3469°E / 22.5851; 88.3469 |
इस्तेमाल | 4 लेन[1] स्ट्रैंड रोड के,[2] पैदल आ साइकिल खातिर |
पार करे ला | हुगली नदी[3] |
जगह | हावड़ा आ कलकत्ता[3] |
मेंटेनेंस | कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट[4] |
बिसेसता | |
डिजाइन | सस्पेंशन टाइप बैलेंस्ड कैंटीलिवर ब्रिज[5] आ ट्रस आर्च[6] |
मटेरियल | स्टील |
कुल लंबाई | 705 मी (2,313.0 फीट)[7][8] |
चौड़ाई | 71 फीट (21.6 मी) जेकरे बाद दू गो फुटपाथ 15 फीट (4.6 मी) के दुनों ओर बाने[5] |
ऊँचाई | 82 मी (269.0 फीट)[6] |
सभसे लमहर खंड | 1,500 फीट (457.2 मी)[5][6] |
ऊपरी क्लियरेंस | 5.8 मी (19.0 फीट)[5] |
नीचे के क्लियरेंस | 8.8 मी (28.9 फीट)[5] |
इतिहास | |
डिजाइनर | M/s. रेंडेल, पाल्मर एंड ट्रिटन[9] |
निर्माणकरता | ब्रेथवेट, बर्न एंड जेसप कन्स्ट्रक्शन कंपनी |
बनावे सुरू | 1936 (1936)[9] |
पूरा भइल | 1942 (1942)[9] |
खोलल गइल | 3 February 1943; 81 साल पहिले (3 February 1943)[8] |
सांख्यिकी | |
डेली आवाजाही | 300,000 गाड़ी-बाहन आ 450,000 पैदल[10] |
चुंगी | दुनो ओर से टोल-फ्री |
ई ब्रिज हुगली नदी पर बनल चार गो पुल सभ में से एक हवे आ कलकत्ता आ पच्छिम बंगाल के निशानी के रूप में जानल-मानल जाला। एकरे अलावा अउरी ब्रिज बाड़ें विद्यासागर सेतु (पापुलर नाँव, दूसरा हुगली ब्रिज), विवेकानंद सेतु, आ सभसे हाल में बनल निवेदिता सेतु (सेतु माने पुल होला)। हावड़ा ब्रिज बंगाल के खाड़ी से आवे वाला तूफ़ान के सामना करत रोज करीबन 100,000 गाड़ी सभ के ट्रैफिक[12] आ लगभग 1,50,000 पैदल आवाजाही,[10] सम्हारे ला आ एकरा चलते ई दुनियाँ के सभसे ब्यस्त कैंटीलिवर ब्रिज हवे।[13] बने के समय अपना किसिम के, दुनियाँ के तिसरा नंबर के रहल ई ब्रिज[14] पूरा दुनिया में, अब अइसन छठवाँ सभसे बड़ ब्रिज हवे।[15]